
Shani Jayanti 2025: इस वर्ष शनि जयंती 27 मई 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी। यह दिन न्याय और कर्मफल के देवता शनि देव को प्रसन्न करने का उत्तम अवसर है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन कुछ बुरे स्वभाव और आदतों का त्याग कर लिया जाए, तो शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह जीवन में न्याय, स्थिरता और सकारात्मक परिवर्तन भी लाता है।
आइए जानते हैं शनि जयंती पर किन 5 नकारात्मक आदतों को छोड़ने का संकल्प लेना चाहिए—
झूठ और धोखाधड़ी से दूर रहें
शनि देव सत्य, न्याय और कर्म के देवता हैं। यदि आप झूठ बोलते हैं या दूसरों के साथ छल करते हैं, तो शनि की दृष्टि रुष्ट हो सकती है। शनि जयंती पर सत्यनिष्ठा और ईमानदारी का संकल्प लेना आपकी कुंडली में शनि दोष को भी शांत करता है।
काले रंग का गलत उपयोग न करें
काला रंग शनि का प्रतिनिधि माना जाता है। लेकिन इसका किसी के खिलाफ टोटके या नकारात्मक उद्देश्य से प्रयोग करना दुर्भाग्य को बुलावा दे सकता है। इस दिन काले कपड़ों का दान करना और उसका सकारात्मक रूप से उपयोग करना अत्यंत शुभ होता है।
मांस-मदिरा का त्याग करें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव तामसिक प्रवृत्तियों से अप्रसन्न होते हैं। शराब और मांसाहार जैसी आदतें शनि की दृष्टि को कठोर बना सकती हैं। इस शनि जयंती पर इन बुराइयों से दूर रहकर आत्मशुद्धि और संयम का व्रत लें।
अहंकार और क्रोध को त्यागें
शनि देव विनम्रता, धैर्य और आत्मसंयम के प्रतीक हैं। यदि आपके स्वभाव में घमंड और गुस्सा हावी है, तो शनि की दशा और साढ़ेसाती में कष्ट मिल सकते हैं। इस दिन विनम्रता और शांत स्वभाव अपनाने का संकल्प आपको मानसिक शांति और सफलता दिला सकता है।
अनुशासन का पालन करें
शनि देव को अनुशासन प्रिय गुरु माना गया है। आलस्य, अनियमित जीवन और लक्ष्यहीनता से शनि रुष्ट हो सकते हैं। शनि जयंती पर नियमित, मेहनती और अनुशासित जीवन जीने का प्रण लें, जिससे जीवन में स्थिरता और तरक्की बनी रहे।
इन बातों का भी रखें ध्यान
- बुज़ुर्गों और माता-पिता का सम्मान करें: शनि पितृकारक ग्रह हैं। उनकी कृपा पाने के लिए माता-पिता और बड़े बुज़ुर्गों की सेवा और आदर करें।
- कर्ज में ईमानदारी बरतें: उधार लिए पैसों को लौटाने में धोखा देने से शनि क्रोधित हो सकते हैं। आर्थिक पारदर्शिता और ईमानदारी का संकल्प लेना इस दिन अत्यंत शुभ होता है।
शनि जयंती न केवल पूजा-पाठ का दिन है, बल्कि अपने कर्म, सोच और आदतों को शुद्ध करने का भी अवसर है। इस दिन ऊपर बताए गए 5 नकारात्मक कार्यों को छोड़कर यदि आप अच्छे जीवन मूल्यों को अपनाते हैं, तो न केवल शनि देव की कृपा मिलेगी, बल्कि जीवन में उन्नति के नए द्वार भी खुलेंगे।