
यूएई के दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबला खेला गया। इस मैच में रोहित शर्मा की फिटनेस चर्चा का विषय रही। टीम इंडिया ने यह मुकाबला जीतकर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की।
फिटनेस सिर्फ ताकत नहीं, मानसिक मजबूती भी जरूरी – रोहित शर्मा
रोहित शर्मा का मानना है कि फिटनेस का मतलब सिर्फ अच्छी बॉडी या ताकत नहीं बल्कि खेल की मांगों को पूरा करने के लिए मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखना है। एक क्रिकेटर को मजबूत, धैर्यवान और लचीला होना चाहिए। साथ ही बर्नआउट से बचने के लिए रिकवरी भी जरूरी होती है।
फिटनेस से लंबा करियर और बेहतरीन प्रदर्शन
रोहित का कहना है कि उनकी फिटनेस ही उनके लंबे करियर का सबसे बड़ा कारण है। वह खुद को क्रिकेट की चुनौतियों के लिए हमेशा तैयार रखते हैं। उनकी दिनचर्या फिटनेस, मानसिक स्वास्थ्य और सही तैयारी पर केंद्रित होती है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और बैलेंस डाइट पर जोर
रोहित और विराट कोहली स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर खास ध्यान देते हैं। उनकी एक्सरसाइज में डेडलिफ्ट, स्क्वैट्स और बेंच प्रेस शामिल हैं, जिससे उनकी ताकत और परफॉर्मेंस बेहतर होती है।
इसके अलावा, सही डाइट भी उनकी फिटनेस का अहम हिस्सा है। वह चिकन, मछली और अंडे जैसे लीन प्रोटीन का सेवन करते हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने और रिकवरी में मदद करता है।
फिटनेस का मकसद सिर्फ दिखना नहीं, बल्कि बेहतर प्रदर्शन करना
रोहित शर्मा कहते हैं कि क्रिकेटरों के लिए फिटनेस का मकसद सिर्फ अच्छा दिखना नहीं, बल्कि मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन करना होता है। उनकी फिटनेस दिनचर्या इस तरह डिजाइन की गई है कि वे मैच के दौरान तेजी से मूव कर सकें, ताकतवर शॉट खेल सकें और लंबे समय तक टिक सकें।
इसलिए, क्रिकेट में फिटनेस सिर्फ शरीर की बनावट नहीं, बल्कि ताकत, धीरज और मानसिक मजबूती का सही संतुलन है!