
- शिमला के लिंडीधार में भारी भूस्खलन हुआ.
- फोरलेन का डंगा गिरा, सैकड़ों सेब के पेड़ दबे.
- 5 घरों को खतरा, लोग सुरक्षित स्थानों पर गए.
शिमला. शिमला के ढली क्षेत्र के लिंडीधार में बुधवार को भारी भूस्खलन हुआ, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया. भूस्खलन इतना जबरदस्त था कि फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए डंगे की दीवार ढह गई. इसके चलते सैकड़ों सेब के पेड़ मलबे में दब गए और कई घरों को सीधा खतरा पैदा हो गया. गौरतलब है कि इससे पहले 30 जून को संजौली के भट्टाकुफर में माठू कॉलोनी में पांच मंजिला घर गिर गया था.स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसे के बाद पांच घर सबसे ज्यादा जोखिम की जद में हैं. कई परिवारों ने स्थिति को भांपते हुए रातोंरात अपने घर खाली कर दिए. प्रभावित लोग अब रिश्तेदारों और सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं.
इस घटना ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के काम की गुणवत्ता और लापरवाही को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई, जिसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है.प्रशासन और NHAI के खिलाफ गुस्सा
स्थानीय लोगों ने प्रशासन और NHAI के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए जल्द राहत और स्थायी समाधान की मांग की है. फिलहाल मौके पर प्रशासन की टीम पहुंच चुकी है और स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. उधर, पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से स्थिति और भी खराब हो सकती है. लोग डरे हुए हैं कि अगर बारिश जारी रही तो नुकसान और बढ़ सकता है.